थकती नहीं
पेड़ की जड़ें
पानी की खोज में
छू ही लेती है
भूमिगत जलस्तर ॥
मरने नहीं देती
अपनी जिजीविषा ॥
बखूबी जानती है वह
हर पत्ते को
हरियाली ही देना है
उसका काम ॥
अब .....
नहीं थकूगा
मैं भी जड़ बनूगा॥
पेड़ की जड़ें
पानी की खोज में
छू ही लेती है
भूमिगत जलस्तर ॥
मरने नहीं देती
अपनी जिजीविषा ॥
बखूबी जानती है वह
हर पत्ते को
हरियाली ही देना है
उसका काम ॥
अब .....
नहीं थकूगा
मैं भी जड़ बनूगा॥