जो तुमने दी थी मुझे /वर्षों पहले
जिसे रख दी थी मैंने
किताब के पन्नो के बीच
आज भी वही सुगंध है
ठीक वैसा ही
जैसा मैं महसूसता था तेरी साँसों में //
सच कहूँ तो
उस पंखुड़ियों में छिपी हैं
तुम्हारे साथ गुजारे गए अनेकों दृश्य
ठीक वैसे ही
जैसे एक छोटे से माइक्रो चिप में
छिपी होती हैं अनेकों फ़िल्में //
bahut hi khoobsurat!
ReplyDeleteसच कहूँ तो
ReplyDeleteउस पंखुड़ियों में छिपी हैं
तुम्हारे साथ गुजारे गए अनेकों दृश्य
ठीक वैसे ही
जैसे एक छोटे से माइक्रो चिप में
छिपी होती हैं अनेकों फ़िल्में //
SACH -SE -RUBRU....
सही कहा my blog
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