Sunday 29 April 2012

माइक्रो चिप्स

उस सूखे हुए गुलाब की फूल में
जो तुमने दी थी मुझे /वर्षों पहले 
जिसे रख दी थी मैंने 
किताब के पन्नो के बीच
आज भी वही सुगंध है 
ठीक वैसा ही 
जैसा मैं महसूसता था तेरी साँसों में  //

सच कहूँ तो 
उस पंखुड़ियों में छिपी हैं 
तुम्हारे साथ गुजारे गए अनेकों दृश्य 
ठीक वैसे ही 
जैसे एक छोटे से माइक्रो चिप में 
छिपी होती हैं अनेकों फ़िल्में // 

3 comments:

  1. सच कहूँ तो
    उस पंखुड़ियों में छिपी हैं
    तुम्हारे साथ गुजारे गए अनेकों दृश्य
    ठीक वैसे ही
    जैसे एक छोटे से माइक्रो चिप में
    छिपी होती हैं अनेकों फ़िल्में //
    SACH -SE -RUBRU....

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